कोरोना काल में राज्यसभा चुनाव (Rajya Sabha Election 2020) ने सियासत तेज कर दी है. आज 8 राज्यों में राज्यसभा की 19 सीटों के लिए वोटिंग शुरू हो गई है. जिसमे कांग्रेस और बीजेपी के कई बड़े नेताओं का भविष्य तय होना है. आज हम आपको बताते है कि राज्यसभा चुनाव आम चुनाव से केसे अलग है.
भारतीय संसद के दो सदन लोकसभा और राज्यसभा है इनमे से राज्यसभा जो की ऊपरी सदन कहलाता है के लियेआज मतदान हो रहा है. भारतीय संविधान के अनुच्छेद 80 के मुताबिक राज्यसभा में सदस्यों की अधिकतम संख्या 250 है. इनमें से 12 सदस्य होते भारत के राष्ट्रपति मनोनीत करते हैं. बाकी 238 सदस्यों को संघ और राज्य के प्रतिनिधि चुनते हैं. वर्तमान में सिर्फ 245 सदस्य है.
फेक्ट्चेक : राहुल गाँधी को चीन के धन्यवाद की असलियत जानिए
कैसे होता है (Rajya Sabha Election 2020) –
मप्र में शराबबंदी फायदे और नुकसान के तराजू में
भारत के किस राज्य से राज्यसभा में कितने सांसद होंगे इसकी गणना राज्य की जनसंख्या पर आधारित है. राज्यसभा के सदस्यों का चुनाव विधायक करते हैं. राज्यसभा में उत्तरप्रदेश से 31 सदस्य हैं. अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर, नगालैंड, मेघालय, गोवा, मिजोरम, सिक्किम, त्रिपुरा आदि छोटे राज्यों के एक एक सदस्य हैं. यहाँ उम्मीदवार को न्यूनतम मान्य वोट की जरूरत होती है. इन वोटों की गिनती सीटों की संख्या पर निर्भर है.
ऐसे समझे गणित
उदाहरण के लिए उत्तर प्रदेश में विधायकों की कुल संख्या 403 है. अब इसकी गणना कैसे होती है यह जानिए . कुल विधायकों की संख्या को जितने सदस्य चुने जाने हैं उसमें एक जोड़कर विभाजित किया जाता है. इस बार यूपी से 10 राज्यसभा सदस्यों का चयन होना है. इसमें 1 जोड़ने से यह संख्या 11 होती है. अब कुल सदस्य 403 हैं तो उसे 11 से विभाजित करने पर 36.66 आता है. इसमें फिर 1 जोड़ने पर यह संख्या 37.66 हो जाती है. यानी उत्तर प्रदेश से राज्यसभा सांसद बनने के लिए उम्मीदवार को 37 प्राथमिक वोटों की जरूरत है.
भारत-चीन : राहुल के किस सवाल से इतना तिलमिला गए संबित पात्रा
