लोकसभा चुनाव (lok sabha election 2019) के इस चुनावी समर में सभी नेता एक दुसरे पर निशाना साधने से बाज़ नहीं आ रहे हैं। ऐसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने कांग्रेस (Indian National Congress) को लेकर एक बड़ा बयान दे दिया। दरअसल, पीएम ने इस बार मीटू को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा। शुक्रवार को राजस्थान के हिंडौन और सीकर में अपने बयान में प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने बयान दिया कि हमारे समय भी कई बार सर्जिकल स्ट्राइक हुई। ये कैसी सर्जिकल स्ट्राइक थी कि न आतंकियों को, न ही उन पर हमला करने वालों को, न पाक को और न हिंदुस्तान में किसी को इस बारे में पता चला।
मीटू-मीटू करती है कांग्रेस
पीएम ने आगे कहा, “कांग्रेस कर्नाटक में जो सरकार चला रही है, उसके मुख्यमंत्री ने बयान दिया कि सेना में वही लोग जाते हैं जिनके पास 2 वक्त का खाना नहीं है, भूखे मरते हैं, पेट भरने के लिए सेना में जाते हैं। ये हमारे वीर बेटों और उनकी माताओं का अपमान है या नहीं? कांग्रेस पहले कहती थी कि सर्जिकल स्ट्राइक कुछ नहीं होती। ये सेना तो रोज करती थी। पहले उन्होंने सर्जिकल स्ट्राइक का मजाक उड़ाया। जब देखा कि जनता मोदी के साथ खड़ी है तो विरोध करना शुरू किया। इससे जनता का समर्थन और बढ़ गया। अब उस समर्थन में से 5-10% अपनी ओर करने के लिए कहने लगे कि हमने भी स्ट्राइक की थी। पहले मजाक, फिर विरोध और अब मीटू-मीटू। अरे तेरी मीटू…। एसी कमरों में बैठकर कागज में सर्जिकल स्ट्राइक कांग्रेस ही कर सकती है। जब कागज और वीडियो गेम में ही सर्जिकल स्ट्राइक करनी हो तो 6 हों या तीन, 20 हों या 25, ये झूठे लोगों को क्या फर्क पड़ता है।”
प्रधानमंत्री ने आगे कहा, “पांच साल पहले पूरे देश ने, राजस्थान ने एक भरोसे के साथ अपने सेवक को देश के लिए काम करने का अवसर दिया था। राष्ट्रवाद से ओतप्रोत माटी के लालों ने राज्य की सभी की सभी सीटें भाजपा को दी थीं। आपकी उम्मीदों पर यह सेवक खरा उतरा कि नहीं? आपको संतोष है। आज पूरी दुनिया भारत की आवाज सुन रही है। दुनिया में भारत का डंका बज रहा है। दो दिन पहले ही भारत के बहुत बड़े दुश्मन आतंकवादियों का सरगना मसूद अजहर को दुनिया की सबसे बड़ी संस्था ने अंतरराष्ट्रीय आतंकी घोषित किया।कांग्रेस को परेशानी है कि चुनाव चल रहे हैं और अबु धाबी के क्राउन प्रिंस मोदी को अवॉर्ड दे रहे हैं। रूस मोदी को अवॉर्ड दे रहा है। मैं जानना चाहता हू कि यूएन को यह घोषणा करने से पहले मैडम से पूछना था क्या, नामदार से पूछना चाहिए था क्या, क्या उन्हें पूछना चाहिए था कि हमारी इस घोषणा से कांग्रेस को तो दिक्कत नहीं है। कांग्रेस को लगता है कि मोदी यह सब अपने फायदे के लिए करा रहा है। ”
