बारिश एक ऐसा मौसम है, जिसका बहुत से लोग पूरे साल बेसब्री से इंतज़ार करते हैं| कुछ भी कह लो बारिश का मौसम बहुत सी पुरानी यादें लेकर ज़रूर आता है। बचपन की मज़ेदार बारिश तो शायद हम में से कोई भी नहीं भूल पाया है। बारिश का मौसम यानी प्रकृति का अलग सौंदर्य, चाय-पकौड़े, बारिश में डांस करने का मज़ा।
बारिश में बेफिक्री से भीगना
बड़े होने के बाद वे बारिश के दिन बहुत याद आते हैं, जब जैसे ही घर के बाहर बारिश की बूंदें पड़ती थीं, तब हम झट से बारिश में भीगने पहुंच जाते थे। मां चाहे कितना भी डांट लें, बारिश में भीगना बेहद पसंद हुआ करता था। बारिश देखकर वे दिन याद बहुत आते हैं, लेकिन अब हम पहले की तरह बेफ़िक्र होकर वे सब नहीं कर सकते, जो बचपन में करते थे।
कागज़ की नाव तो याद ही होगी
जब झमाझम बारिश होती थी, उसमें नाव चलाना बचपन के सबसे खुशनुमा पलों में से एक है। मुझे अच्छे से याद है, मैं अपने भाइयों के साथ रंगबिरंगी नाव बनाती थी और फिर सब मिलकर उस नाव को पानी में चलाते थे। इन दिनों बारिश देखकर मुझे वे बचपन के दिन खूब याद आते हैं।
जानबूझकर रेनकोट न ले जाना
यूं तो मुझे अब भी रेनकोट से कोई खास लगाव नहीं है, लेकिन बचपन के दिनों में कोशिश यही रहती थी कि कैसे भी रेनकोट या छाता लेकर बाहर नहीं जाना है ताकि मुझे दोस्तों के साथ भीगने का एक बहाना मिल जाए। भीगने का वह शौक कुछ अलग ही हुआ करता था। अब तो आलम यह है कि बारिश देखकर हम शेड ढूंढ़ने लगते हैं कि कहीं थोड़ा भी भीगे तो जुकाम न हो जाए।
पानी में खेलकर कपड़े गंदे करना
बारिश होते ही भरे पानी में कूद-कूदकर खेलना सभी को पसंद होता है। बारिश में पानी में खेलकर कपड़े गंदे करने में जो ख़ुशी मिलती थी, उसकी अलग ही बात है।
कार्टून वाला रेनकोट
कार्टून वाला रेनकोट फेवरेट हुआ करता था मेरा। बचपन के दिनों में जब पापा रेनकोट दिलाने लेकर जाते थे तो जिद एक ही होती थी कि बार्बी या मिकी माउस वाला रेनकोट ही चाहिए।
बारिश में फुटबाल का मज़ा
बारिश में फुटबॉल खेलना सबसे मजेदार काम होता है। दोस्तों के साथ बारिश का मज़ा बेस्ट होता है। बेफिक्री से बारिश का मज़ा लेना बचपन के दिनों की सबसे खूबसूरत यादें हैं।
