वॉशिंगटन: तुर्की(Turkey) पिछले कुछ दिनों से कुर्दिश बहुल इलाके पर लगातार हमला कर रहा था। जिसको लेकर अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) गुस्साए हुए नजर आ रहे थे। उन्होंने तुर्की के राष्ट्रपति रेचेप तैय्यप एर्दोगन (Recep Tayyip Erdogan) को एक पत्र लिखकर चेतावनी दी थी ट्रंप ने पत्र में लिखा था कि ‘मूर्ख मत बनो होश में आ जाओ वरना सजा भुगतने के लिए तैयार रहो। अब इस चेतावनी का असर दिखने लगा है। तुर्की (Turkey) उत्तरी सीरिया (Northern Syria) में युद्ध विराम के लिए राजी हो गया है. इस बात कि घोषणा गुरुवार को अमरीका के उप राष्ट्रपति माइक पेंस (Mike Pence) ने कि . माइक पेंस और तुर्की के राष्ट्रपति रेचेप तैय्यप एर्दोगन के बीच मुलाक़ात के बाद इस समझौते तक पंहुचा गया . तुर्की सीरिया में अब 5 दिनों तक कोई भी सैन्य ऑपरेशन नहीं करेगा.
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अमेरिका के उप राष्ट्रपति माइक पेंस की घोषण के बाद, राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ट्वीट करते हुए , तुर्की के राष्ट्रपति रेचेप एर्दोगन का शुक्रिया अदा किया और लिखा ‘लाखों जानें बच जाएंगी.’
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This is a great day for civilization. I am proud of the United States for sticking by me in following a necessary, but somewhat unconventional, path. People have been trying to make this “Deal” for many years. Millions of lives will be saved. Congratulations to ALL!
— Donald J. Trump (@realDonaldTrump) October 17, 2019
इससे पूर्व डोनाल्ड ट्रंप ने अपने पत्र में लिखा था कि अगर वह इसी तरह कुर्दिश पर हमले जारी रखता है. तो वह अंकारा की अर्थव्यवस्था(Economy) को तबाह कर देंगे. ट्रंप ने पत्र में कहा कि आप (तैय्यप एर्दोगन) हजारों लोगों की हत्या का कसूरवार नहीं बनना चाहेंगे. मैं भी ऐसा कोई काम नहीं करना चाहता, जिससे लोग मुझे तुर्की की अर्थव्यस्था को बर्बाद करने का जिम्मेदार मानें. इस चेतावनी से भरे पत्र का असर तुर्की के युद्ध विराम करने से साफ दिख रहा है।
उत्तर पूर्व सीरिया में तुर्की के एकतरफा सैन्य अभियान के खिलाफ भारत ने भी चिंता जाहिर की है और कहा है कि यह कार्रवाई क्षेत्रीय स्थिरता एवं आतंकवाद के खिलाफ संघर्ष को कमजोर करेगा.
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-Mradul tripathi
