वैसे तो महात्मा गांधी अपने उच्चादर्शों, त्याग, समर्पण और निष्ठा के लिए दुनियाभर में पूजे जाते हैं, लेकिन साउथ अफ्रीका से गांधीजी का एक ख़ास रिश्ता रहा है| आज भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने आज को साउथ अफ्रीका के पीटरमारित्ज्बर्ग में महात्मा गांधी की प्रतिमा का अनावरण किया|
गौरतलब है कि सुषमा स्वराज इन दिनों ब्रिक्स सम्मेलन के लिए दक्षिण अफ्रीका में हैं। प्रतिमा का अनावरण करते हुए सुषमा ने कहा कि भारत और दक्षिण अफ्रीका समृद्ध संस्कृति और विरासत को साझा करते हैं। इन दोनों ही देशों के संबंध समय की कसौटी पर हमेशा ही खरे उतरे हैं। दोनों ही देश साथ मिलकर आगे बढ़ सकते हैं परंतु पीटरमारित्ज्बर्ग वही जगह है, जहां 125 वर्ष पूर्व महत्मा गांधी को अंग्रेजों ने फर्स्ट क्लास कंपार्टमेंट से बाहर फेंक दिया था, जिसका कारण सिर्फ इतना था कि गांधीजी भारतीय थे। उस वक्त गांधीजी वकालत की प्रैक्टिस कर रहे थे|
#WATCH EAM Sushma Swaraj unveils a bust of Mahatma Gandhi at #Pietermaritzburg station in South Africa pic.twitter.com/XuPL6XnewL
— ANI (@ANI) June 7, 2018
कार्यक्रम में सुषमा स्वराज ने कहा कि 25 वर्ष पूर्व नेल्सन मंडेला ने पीटरमारित्जबर्ग में महात्मा गांधी की प्रतिमा का अनावरण किया था। उस वक्त मंडेला ने कहा था कि यह उनके लिए सम्मान की बात है कि उनको महात्मा गांधी की प्रतिमा का अनावरण करने का अवसर मिला है| सुषमा ने 2019 में वाराणसी में गंगा के तट पर होने वाले 15वें प्रवासी भारतीय दिवस का भी सभी को न्योता दिया। इतना ही नहीं उन्होंने सभी को 26 जनवरी को नई दिल्ली में होने वाले गणतंत्र दिवस समारोह में भी शामिल होने के लिए आमंत्रित किया।
