इस्लामाबाद: पाकिस्तान(Pakistan) की लड़खड़ती अर्थव्यवस्था(Economy) और कश्मीर मुद्दे पर अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर इनकार के बाद इमरान सरकार एक और संकट से घिरती हुई नजर आ रही है। जी हां पाकिस्तान के आर्मी चीफ कमर जावेद बाजवा(Qamar Javed Bajwa) ने देश की इकोनॉमी को लेकर बड़े बिजनेस लीडर्स के साथ बैठक की है।
जानकारी के अनुसार बाजवा ने ये बैठकें पाकिस्तान की आर्थिक राजधानी कराची और रावलपिंडी में भारी सुरक्षा वाले सैन्य कार्यालयों में की (Qamar Javed Bajwa Meets Business Leaders)। और ख़ास बात यह है की इस मीटिंग में आर्मी चीफ वर्दी की जगह सूट बूट में नजर आये इस मीटिंग से आशंका जाहिर की जा रही है की पाकिस्तान एक बार फिर तख्तापलट की ओर बढ़ रहा है।
यहां देखें बालाकोट एयरस्ट्राइक का पहला Video
Sequel to discussions and seminars on ‘Interplay of economy and security’, a concluding session of stake holders hosted by COAS was held at Army Auditorium. Govt economic team and businessmen of the country participated. (1of2). pic.twitter.com/zbwf8kL3WR
— DG ISPR (@OfficialDGISPR) October 3, 2019
पाकिस्तान की सत्ता में आर्मी का दबदबा हमेशा से रहा है और देश के अस्तित्व के 72 साल में लगभग 36 साल वहां सेना का शासन रहा है (Qamar Javed Bajwa Meets Business Leaders)। विदेश मामलों के विशेषज्ञो का कहना है कि पाकिस्तान (Pakistan) की जनता अब नए विकल्प को ढूंढ रही हैं लेकिन उनके पास एक बार फिर सेना से बड़ा कोईविकल्प नहीं है. ऐसे में पाकिस्तान में तख्तापलट की कोशिशें की जा सकती हैं.
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इस बैठक की जानकारी पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता आसिफ गफूर ने एक प्रेस नोट जारी करके दी . इसके अनुसार यह बैठक पाकिस्तान की आतंरिक सुरक्षा और उसके व्यापार से जुड़ी है. इस बैठक का पाकिस्तान के कई कारोबारियों और आर्थिक जानकारों ने स्वागत किया है। उनके अनुसार प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी के मुकाबले सेना अर्थव्यवस्था के मोर्चे को संभालने के लिए ज्यादा अनुभवी है। पाकिस्तान में सेना को सबसे अधिक सम्मान की नजर से देखा जाता है इसलिए जानकारों को लगता है कि आर्मी चीफ बाजवा के साथ बैठक स्वागत के योग्य है।
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-Mradul tripathi
