भारत और चीन (Meet Modi and Jinping) के संबंध वैश्विक स्तर पर हमेशा से ही तल्ख़ रहे हैं | कई बार हमारे राजनेताओं ने उनकी ओर दोस्ती का हाथ बढ़ाया है, परंतु हर बार चीन ने हमारी पीठ में खंज़र भोंका है| चीन के दोगले और धोखेबाज रवैये के कारण उस पर विश्वास करना मुश्किल हो गया है| पाकिस्तान का साथ देकर उसने दोस्ती भविष्य पर भी ग्रहण लगा दिया था| अब विदेश मंत्रालय ने इस बात की पुष्टि की है कि दोनों देशों के नेता एक बार फिर अनौपचारिक शिखर वार्ता कर सकते हैं।
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गौरतलब है कि यह वार्ता इस बार जगह चीन में नहीं, बल्कि भारत में हो सकती है, जिसके लिए पीएम मोदी ने वुहान सम्मेलन के दौरान चीन के राष्ट्रपति को भारत आने (Meet Modi and Jinping) का न्यौता दिया था और उन्होंने इसे स्वीकार भी कर लिया था। अब अटकलें लगाई जा रही हैं कि पीएम मोदी व शी की दूसरी अनौपचारिक शिखर बैठक प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में हो सकती है।
MEA: The two sides are in touch, through diplomatic channels, to finalise the date and venue for the meeting. Details about the visit will be announced in due course after the details are finalized. (2/2) https://t.co/T2zIMqz9yf
— ANI (@ANI) May 29, 2019
उल्लेखनीय है कि पीएम मोदी और शी (Meet Modi and Jinping) ने 27-28 अप्रैल, 2018 को चीन के वुहान शहर में अनौपचारिक मुलाकात की थी। इस दौरान दोनों नेताओं के बीच करीब 10 घंटे की वार्ता हुई थी। इसके परिणामस्वरूप आपसी संबंधों में सहजता और प्रगति भी देखी गई। इस दिशा में एक बड़ी प्रगति तब हुई, जब चीन ने हाल ही में पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर को वैश्विक आतंकी घोषित करने के मुद्दे पर अपनी आपत्ति वापस ले ली, जबकि इसके पहले वर्षों से वह इस पर अड़ंगा डालता रहा था।
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गौरतलब है कि चीन के रवैये में बीते कुछ समय में नरमी देखी गई है। दोनों देशों के बीच बीते कुछ समय में कई अहम मसलों पर सहमति दिखी है, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग (Meet Modi and Jinping) की बीते साल वुहान में हुई अनौपचारिक शिखर वार्ता का भी अहम योगदान रहा है। ऐसे में एक बार फिर दोनों देशों के प्रमुखों के बीच ऐसी ही मुलाकातों को लेकर चर्चाओं का दौर जारी है|
विदेश मंत्रालय ने इस बात की पुष्टि की है कि दोनों नेताओं के बीच जल्द ही अनौपचारिक शिखर बैठक (Meet Modi and Jinping) हो सकती है। हालांकि मंत्रालय ने समय व जगह के बारे में कोई जानकारी नहीं दी। इस बारे में पूछे जाने पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, “वुहान में पहली अनौपचारिक शिखर बैठक के दौरान चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने 2019 में दूसरी अनौपचारिक शिखर बैठक के लिए भारत आने का न्यौता स्वीकार किया था। दोनों पक्ष इस संबंध में जगह और तारीख तय करने के लिए कूटनीतिक माध्यमों से संपर्क में हैं।“ उन्होंने यह भी कहा कि इस बारे में सबकुछ तय होने के बाद विस्तृत जानकारी दी जाएगी।
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