भारत सरकार एक ओर ‘स्वस्थ भारत’ की पहल कर रही है, दूसरी ओर वर्तमान स्वास्थ्य सेवाओं की विफलताएं सामने आती ही रहती हैं| उत्तरप्रदेश में गत दिनों ऐसी ही एक घटना सामने आई, जिसमें एक महिला अपने दिव्यांग पति को कंधे पर बैठाकर चीफ मेडिकल ऑफिसर के ऑफिस पहुंची|
दरअसल, यह महिला अपने दिव्यांग पति को कंधों पर बैठाकर सीएमओ ऑफिस विकलांगता सर्टिफिकेट दिलाने के लिए पहुंची थी| महिला ने कहा कि उनके पास व्हीलचेयर और ट्राईसिकल नहीं है इसलिए वे अपने पति को कंधे पर बैठाकर सीएमओ दफ्तर पहुंची हैं|
सरकारी दफ्तर हमेशा अपने काम देर से करने के लिए जाने जाते हैं| महिला ने बताया कि वे कई बार सरकारी दफ्तरों के चक्कर काट चुके हैं, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला| अधिकारी न ही अच्छे से बात करते हैं और न ही हमारा काम करते हैं| मामला सामने आने के बाद यूपी के मंत्री भूपेंद चौधरी ने इस घटना की निंदा की और इसे दुखद बताया है। भूपेंद्र चौधरी ने कहा कि हम इस मामले की जांच करेंगे और जैसे भी होगा, उस महिला की मदद करेंगे|
Mathura: A woman was seen carrying her differently-abled husband on her back to office of chief medical officer to obtain a disability certificate, says' we have no access to a wheel-chair or a tricycle. We went to many different offices but still have not got the certificate.' pic.twitter.com/nqtHetCOtZ
— ANI UP (@ANINewsUP) April 4, 2018
It is a sad incident to happen in a civilised world. We will inspect the case and help accordingly: UP Minister Bhupendra Chaudhary #Mathura pic.twitter.com/xDybvh9Mft
— ANI UP (@ANINewsUP) April 4, 2018
