विधानसभा चुनाव 2019 (Assembly Elections 2019) में महाराष्ट्र में शिवसेना (Shiv Sena) और भाजपा (BJP) ने मिलकर चुनाव लड़ा। हालांकि दोनों पार्टियों ने आपसी सहमति के बाद चुनाव लड़ा और जीत भी हासिल की। हालांकि दोनों पार्टियों ने मिलकर इस चुनाव में जीत के झंडे गाड़े लेकिन अब शिवसेना के तेवर कुछ अलग ही नज़र आ रहे हैं। चुनाव जीत जाने के बाद शिवसेना भाजपा से 50-50 फॉर्मूले को लेकर जमकर बहस कर रही है। शिवसेना महाराष्ट्र में ढाई साल मुख्यमंत्री पद की मांग उठा रही है। अब इसे लेकर महाराष्ट्र में दोनों दलों के बीच जंग छिड़ी हुई है।
Sanjay Raut, Shiv Sena: Discussions between BJP-Shiv Sena were scheduled for 4 pm today. But if the CM himself is saying that the '50-50 formula' was not discussed then what will we even talk about? On what basis should we talk to them? So Uddhav ji has cancelled today's meeting pic.twitter.com/duyYQpCQtn
— ANI (@ANI) October 29, 2019
इस जंग के दौरान दोनों दलों के बीच बयानबाजी का दौर जारी है। हाल ही में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) ने अपने बयान में इस फॉर्मूले से साफ़ इंकार कर दिया था। इसके बाद शिवसेना सांसद संजय राउत (Sanjay Raut) ने कहा कि सीएम देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) ने खुद ही मीडिया के सामने 50-50 के फॉर्मूले की बात कही थी। अब वे अपनी बात से मुकर रहे हैं तो सच की परिभाषा बदलने की जरूरत है। वहीं आज यानी 29 अक्टूबर मंगलवार को शाम 4 बजे भाजपा और शिवसेना के बीच बैठक तय की गई थी।
गौरतलब है कि आज तय की गई भाजपा-शिवसेना की बैठक को उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने रद्द कर दिया है। इस बात की जानकारी देते हुए संजय राउत ने कहा (Sanjay Raut) कि ‘सारी बात होने के बाद जब खुद मुख्यमंत्री अपनी ही बात से मुकर रहे हैं और कह रहे हैं कि 50-50 के फॉर्मूले पर कोई चर्चा ही नहीं हुई थी, तो फिर इस बैठक का क्या नतीजा निकल सकता है? अब किस आधार पर हम उनके साथ कोई चर्चा करें? इसी वजह से आज होने वाली बैठक को उद्धव जी ने रद्द कर दिया।’ गौरतलब है कि भाजपा-शिवसेना की होने वाली इस बैठक में भारतीय जनता पार्टी की तरफ से केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर और पार्टी नेता भूपेंद्र यादव सम्मलित होने वाले थे। वहीं शिवसेना की तरफ से सुभाष देसाई और संजय राउत इस बैठक का हिस्सा बनने वाले थे।
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