महाराष्ट्र में चल रहे राजनीतिक घमासान के बीच गुरुवार को शिवसेना ने अपने विधायक दल के नेता के रूप में एकनाथ शिंदे को चुन लिया है। पार्टी की विधायक दलों की बैठक में यह फैसला लिया गया। इसके पहले भाजपा ने विधायक दल की बैठक में मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस को विधायक दल का नेता चुना था। उनको विधायक दल का नेता बनाने का प्रस्ताव खुद आदित्य ठाकरे ने रखा था जिसे सर्वसम्मति से मंजूर किया गया। अब बीजेपी और शिवसेना दोनों दल ये दावा कर रहे हैं कि उनके पास निर्दलीय दलों का समर्थन है और वे सरकार बनाने का दावा पेश करने वाले हैं।
Eknath Shinde has been elected Shiv Sena's legislative party leader https://t.co/CbazTo45aN
— ANI (@ANI) October 31, 2019
आदित्य ठाकरे का क्या होगा ?
शिवसेना के विधायक दल के नए नेता के रूप में जब से एकनाथ शिंदे का नाम सामने आया है तब से एक नया सवाल उठ गया है कि अब आदित्य ठाकरे का क्या होगा ? क्या शिवसेना अब आदित्य ठाकरे को मुख्यमंत्री बनाने का सपना नहीं देख रही ? इसके पूर्व शिवसेना के अब तक सरकार बनाने को लेकर तीखे तेवर कम नहीं हुए हैं। पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं प्रवक्ता संजय राउत के हालिया बयान से कुछ ऐसा ही नजर आ रहा है। संजय राउत ने बयान देते हुए कहा कि शिवसेना बीजेपी को 50-50 फॉर्मूला याद दिला रही है।
इसके पहले 2014 में भाजपा को 122 और शिवसेना को 63 सीटों पर जीत मिली थी। प्रदेश में इस बार 12 निर्दलीय विधायक जीते हैं, जिनमें तीन बीजेपी के बाग़ी भी हैं। इन सबका भी यदि बीजेपी को समर्थन मिल जाए तब भी यह संख्या 122 नहीं पंहुचती क्योंकि इस बार बीजेपी के 105 विधायक ही जीते हैं। अब यदि भाजपा को शिवसेना का साथ नहीं मिलता है तो उसे सरकार बनाने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ेगी। वहीं यदि शिवसेना भाजपा से अलग जाकर सरकार बनाना चाहती है तो इसके लिए वह कांग्रेस और एनसीपी से हाथ मिला सकती है।
– Ranjita Pathare
