अयोध्या (Ayodhya) में भगवान राम (Ram Mandir) के वनवास समाप्त होने के बाद वहाँ की रामायण तो खत्म हो गई, लेकिन महाराष्ट्र (Maharashtra) की महाभारत अभी भी बरकरार है। सूबे में राजनीतिक दलों के नित नए फैसले सामने आ रहे हैं। महाराष्ट्र में सरकार बनाने को लेकर अभी भी रस्साकशी जारी है। भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party) द्वारा सरकार बनाने में असमर्थता दिखाने के बाद अब शिवसेना (Shiv Sena) कांग्रेस (Indian National Congress ) और एनसीपी (Nationalist Congress Party ) के साथ सरकार बनाने की तैयारियां कर रही है। इसके लिए शिवसेना (Shiv Sena) ने एनसीपी (NCP) की सभी शर्ते भी मान ली है।
एनडीए से नाता तोड़ शिवसेना ने थामा एनसीपी-कांग्रेस का हाथ!
क्या है एनसीपी की शर्त ?
बीजेपी (BJP) ने राज्यपाल से मुलाकात कर साफ कर दिया है कि वह राज्य में अकेले सरकार नहीं बना सकती क्योंकि उसके पास संख्या बल नहीं है। इसके बाद एनसीपी ने भी शिवसेना के सामने समर्थन देने के बदले एनडीए से नाता तोड़ने की बड़ी शर्त रख दी। एनसीपी (NCP) नेता नवाब मलिक का कहना है कि अगर शिवसेना हमारा समर्थन चाहती है तो उसे एनडीए से नाता तोड़ना होगा और बीजेपी से अपने रिश्ते खत्म करने होंगे। शिवसेना को समर्थन के बदले केंद्रीय कैबिनेट से अपने सभी मंत्रियों को इस्तीफा दिलवाना होगा। इस मुद्दे पर चर्चा के लिए 12 नंवबर को पार्टी ने अपने विधायकों की बैठक बुलाई है जिसमें आगे की रणनीति पर विचार किया जाएगा। कहा जा रहा है कि शिवसेना इस शर्त को मानने के लिए तैयार है।
हरियाणा मंत्रिमंडल विस्तार के लिए तय हुए नाम
Nawab Malik, NCP: We have called a meeting of our MLAs on Nov 12. If Shiv Sena wants our support,they will have to declare that they have no relation with BJP&they should pull out from National Democratic Alliance (NDA). All their ministers will have to resign from Union Cabinet. https://t.co/iABYpebRTU
— ANI (@ANI) November 10, 2019
बीजेपी शिवसेना में तल्खी बरकरार
यदि शिवसेना (Shiv Sena), एनसीपी और कांग्रेस (Congress) के साथ मिलकर सरकार बनाने को लेकर राजी हो जाती है, तो इससे बीजेपी को बड़ा झटका लगेगा। प्रदेश में किसी भी पार्टी को बहुमत नहीं मिला, जिसके कारण इतना हंगामा हो रहा है। शिवसेना की मांग और बीजेपी पर लगातार कटाक्ष के बारे में बीजेपी नेता चंद्रकांत पाटिल ने भी शिवसेना पर निशाना साधते हुए कहा कि महाराष्ट्र की जनता ने गठबंधन को बहुमत दिया है लेकिन शिवसेना सरकार गठन के लिए सहयोग करने को तैयार नहीं है। ऐसे में हमने राज्यपाल को बताया है कि बीजेपी अकेले महाराष्ट्र में सरकार नहीं बना सकती। शिवसेना ने जनता के साथ विश्वासघात किया है। फिलहाल बीजेपी अपनी शर्तों पर आदि है कि सूबे का मुख्यमंत्री उनकी पार्टी का होगा वहीं शिवसेना अब भी यही चाहती है कि 50-50 वाले फॉर्मूले पर सरकार का गठन किया जाए।
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– Ranjita Pathare
