बारिश का मौसम आते ही नदियों में बाढ़ आने की आशंका बढ़ जाती है और यह बाढ़ अचानक आती है, जिसका पूर्वानुमान हम नहीं लगा पाते है| इससे अचानक बाढ़ आती है और जान माल का अत्यधिक नुकसान होता है| इस दुविधा से उबरने के लिए मौसम विभाग एक नई सर्विस लॉन्च कर रहा है, जिसके द्वारा बाढ़ का पूर्वानुमान लगाया जा सकेगा|
यह संभावना व्यक्त की जा रही है कि फ्लेस फ्लड गाइडेंस सिस्टम की मदद से अगले महीने ही केंद्रीय मौसम विभाग यह सर्विस लॉन्च कर देगा, जिसके तहत देश के विभिन्न हिस्सों की मिटटी का परीक्षण इस आधार पर किया जाएगा कि उस मिट्टी की पानी सोखने की क्षमता कितनी है तथा वहां होने वाली बारिश का भी अध्ययन किया जाएगा|
गौरतलब है कि अभी बाढ़ की चेतावनियां केंद्रीय जल आयोग जारी करता है| मौसम विभाग के महानिदेशक केजे रमेश के मुताबिक, बाढ़ की चेतावनी जारी करने के साथ ही इस सिस्टम की मदद से सीडब्ल्यूसी और संबंधित एजेंसियों को बचाव के लिए जरूरी कदम उठाने के संबंध में भी सुझाव दिए जा सकेंगे।

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