कांग्रेस को ‘मुस्लिमों की पार्टी’ बताए जाने पर राजनीतिक बहस थमने का नाम नहीं ले रही है| कांग्रेस को ‘मुस्लिमों की पार्टी’ बताने वाले कथित बयान को लेकर मचे सियासी घमासान के बीच पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी ने मंगलवार को इस मामले पर ट्वीट कर पहली बार अपना रुख साफ किया| राहुल गांधी के इस ट्वीट को इस पूरे विवाद पर उनके जवाब की तरह देखा जा रहा है|
राहुल ने अपने इस ट्वीट में कहा कि कांग्रेस हमेशा ही समाज के दबे-कुचले और शोषित लोगों और कतार में सबसे आखिर में खड़े व्यक्ति के साथ खड़ी है और उनके लिए जाति-मजहब या आस्था कोई खास मायने नहीं रखता| कांग्रेस पूरी मानवता से प्रेम करती है|
कांग्रेस अध्यक्ष ने मंगलवार को ट्वीट किया, ‘मैं कतार में सबसे आखिर खड़े शख्स के साथ हूं| शोषित, हाशिये पर धकेले और सताए गए लोगों के साथ| उनका मजहब, उनकी जाति या आस्था मेरे लिए खास मायने नहीं रखती| दर्द में जी रहे लोगों को मैं गले लगाना चाहता हूं| मैं नफरत और भय मिटाना चाहता हूं| मुझे सभी जीवों से प्यार है| मैं कांग्रेस हूं|’
I stand with the last person in the line. The exploited, marginalised and the persecuted. Their religion, caste or beliefs matter little to me.
I seek out those in pain and embrace them. I erase hatred and fear.
I love all living beings.
I am the Congress.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) July 17, 2018
दरअसल, यह सारा मामला एक अख़बार में छपी रिपोर्ट पर आधारित था, जिसमें यह लिखा गया था कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मुस्लिम समाज के प्रतिनिधियों से बैठक के दौरान यह कहा है कि कांग्रेस मुस्लिमों की पार्टी है|
