राजधानी की सड़क पर सारे सिंघम, काले कोट के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। आला अधिकारियों के निर्देश के बाद भी पुलिसवालों ने अपना प्रदर्शन खत्म नहीं किया है। उन्होने अब अपने परिवार वालों को भी इसमें शामिल कर लिया है। इसी विवाद के बीच अब राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी (Rajya Sabha MP Subramanian Swamy ) ने एक फॉर्मूला सुझाया है और कहा है कि इस फॉर्मूले से पुलिस और वकीलों का विवाद सुलझाया जा सकेगा।
Mockery of the system. I only wish people at helm of affairs take strictest action. Else morale of the force suffers n will embolden hooligans to take law into their hands. https://t.co/Dz5Jnpuclw
— D Roopa IPS (@D_Roopa_IPS) November 4, 2019
सुब्रमण्यम स्वामी ने विवाद निपटाने के लिए ट्वीट किया है। उन्होने ट्वीट में लिखा कि कोर्ट में आधी दिक्कतें पुलिस-वकीलों के बीच रोजाना की बातचीत ही है क्योंकि दोनों ही लोकल हैं। ऐसे में CRPF की तरह एक ऑल इंडिया पुलिस का गठन होना चाहिए जिन्हें देश की सभी कोर्ट में तैनात किया जाना चाहिए।
Since half the problem in courts is the lawyer police daily interaction and familiarity, since both are local, I think that an all India police like CRPF should be created and posted in all courts.
— Subramanian Swamy (@Swamy39) November 5, 2019
मोदी है तो मुमकिन है
पुलिस वाले अभी भी पुलिस मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन कर रहे हैं। दिल्ली पुलिस के कमिश्नर अमूल्य पटनायक ने जवानों से ड्यूटी पर वापस लौटने की अपील की है। इंडिया गेट पर सुरक्षा बधाई जा चुकी है। पुलिस कमिश्नर की ओर से कहा गया है कि सभी घटनाओं की FIR दर्ज कर ली गई हैं। जहां पुलिसवाले वकीलों पर एक्शन की मांग कर रहे हैं वहीं वकील भी पुलिसकर्मियों पर एक्शन की मांग कर रहे हैं। वकीलों का कहना है कि जिन पुलिसकर्मियों ने वकीलों के साथ मारपीट की, हवाई फायरिंग की उनपर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। साकेत कोर्ट के पास बाइक सवार पुलिसवाले की पिटाई के मामले में केस दर्ज हो गया है। बाइक सवार कॉन्स्टेबल का नाम करण है। दिल्ली पुलिस और वकीलों के बीच जारी जंग के बीच कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर हमला बोला कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट किया कि 72 साल में पहली बार पुलिस प्रदर्शन पर है. क्या ये है बीजेपी का न्यू इंडिया? देश को बीजेपी कहां ले जाएगी? कहां गुम है गृह मंत्री अमित शाह? मोदी है तो मुमकिन है।
– Ranjita Pathare
