महाराष्ट्र में शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस के गठबंधन (Shiv Sena-NCP-Congress alliance in Maharashtra ) का दावा पिछले कई दिनों से किया जा रहा है। यह भी कहा जा रहा था कि 17 नवंबर को बाला साहेब ठाकरे की पुण्यतिथि (Balasaheb Thackeray’s death anniversary ) पर शिवसेना मुख्यमंत्री (Shiv Sena Chief Minister in Maharashtra) पद की शपथ लेने वाली है। सब कुछ तैयार किया जा चुका है। सरकार के गठन (Maharashtra Government Formation ) के लिए नया फॉर्मूला भी तैयार किया जा चुका है, लेकिन फिर भी अभी तक सरकार का गठन नहीं होना एक बड़े सवाल को जन्म दे रहा है। अब राजनीतिक जगत में इस बात की भी चर्चा तेज हो गई है कि कहीं शिवसेना को एनसीपी और कांग्रेस धोखा तो नहीं देने वाली है ? इस चर्चा को कांग्रेस नेता और सूबे के पूर्व सीएम के बयान से और बल मिल रहा है।
महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव के परिणाम आने को 20 से ज्यादा दिन हो गए हैं, लेकिन अभी तक स्थिति जस की तस है, किसी भी दल ने राज्यपाल के सामने सरकार बनाने का दावा पेश नहीं किया है। अब कांग्रेस नेता और महाराष्ट्र के पूर्व सीएम पृथ्वीराज चव्हाण (Congress leader and former Maharashtra CM Prithviraj Chavan ) के बयान के कारण शिवसेना फिर ये सवाल उठ रहे हैं कि कहीं कांग्रेस अपनी विपरीत विचारों वाली और हिन्दुत्व की राह पर चलने वाली शिवसेना से हाथ मिलाएगी? पृथ्वीराज चव्हाण ने बयान दिया कि हम यह खोजने की कोशिश कर रहे हैं कि क्या शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी एक साथ आ सकते हैं। शिवसेना और कांग्रेस के नेताओं के बीच कल एक बैठक है। हम पता लगाएंगे कि हम आगे बढ़ सकते हैं या नहीं।
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Prithviraj Chavan, former Maharashtra CM and Congress leader: We are trying to find whether Shiv Sena, Congress & NCP can come together. There is a meeting tomorrow between the leaders of Shiv Sena & Congress. We will find out if we can go ahead or not. pic.twitter.com/fjfEwILMxB
— ANI (@ANI) November 17, 2019
सरकार बनाने को आतुर शिवसेना
भारतीय जनता पार्टी से अलग (Shiv Sena separate from Bharatiya Janata Party) होने के बाद से ही शिवसेना सरकार बनाने के लिए आतुर है। वह राज्य में अपनी पार्टी का सीएम देखना चाहती है, इसके लिए वह कोई भी कीमत चुकाने के लिए भी तैयार है। वहीं कांग्रेस के लिए कहा जा रहा है कि यदि उसने शिवसेना के साथ हाथ मिलाया तो शायद भारत में मुस्लिम वोट का नुकसान हो सकता है। कांग्रेस ने अभी तक अपना पक्ष साफ नहीं किया है। वहीं एनसीपी की कोर कमेटी की बैठक के बाद नवाब मलिक ने कहा कि हम इस निष्कर्ष पर पहुंचे हैं कि महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन समाप्त होना चाहिए और एक वैकल्पिक सरकार का गठन किया जाना चाहिए। कांग्रेस के साथ चर्चा के बाद ही अगला फैसला लिया जाएगा।
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Nawab Malik, NCP: We have decided that next decision will be taken only after discussion with Congress. Tomorrow Congress President Sonia Gandhi and Pawar Sahab will hold a meeting and day after tomorrow leaders of both the parties will meet. https://t.co/TQ1ib7FMAg
— ANI (@ANI) November 17, 2019
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