नई दिल्ली: संसद में शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन गृहमंत्री अमित शाह (Home Minister Amit Shah) ने राज्यसभा (Rajya Sabha) में राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (NRC) को लेकर बड़ा ऐलान किया. उन्होंने कहा कि NRC जल्द पूरे देश में लागू किया जाएगा. इसके साथ ही गृहमंत्री ने साफ किया कि इस प्रक्रिया में धर्म के आधार पर किसी के साथ कोई भेदभाव नहीं किया जाएगा. राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (NRC) पर बात करते हुए अमित शाह ने कहा- ‘एनआरसी में धर्म के आधार पर भेदभाव करने की बात नहीं है. एनआरसी की प्रक्रिया जब पूरे देश में होगी तो असम में एनआरसी की प्रक्रिया फिर से की जाएगी. किसी भी धर्म के लोगों को डरने की जरूरत नहीं है. सारे लोगों को एनआरसी के अंदर समाहित करने की व्यवस्था है.’
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HM Amit Shah in Rajya Sabha: The process of National Register of Citizens (NRC) will be carried out across the country. No one, irrespective of religion should be worried, it is just a process to get everyone under the NRC. pic.twitter.com/mpkitRMLR6
— ANI (@ANI) November 20, 2019
गृहमंत्री ने कहा कि सरकार मानती है कि सारे धर्म के जो शरणार्थी बाहर से आए हैं. उन्हें नागरिकता दी जाएगी.’ एक सवाल के जवाब में गृह मंत्री ने यह भी कहा कि सिटीजनशिप अमेडमेंट बिल वापस लाया जाएगा. इसका एनआरसी से कोई संबंध नहीं है. इससे पहले भी गृहमंत्री ने एक कार्यक्रम में कहा था ‘हमने अपने चुनाव घोषणापत्र में देश की जनता से वादा किया था कि केवल असम में नहीं बल्कि पूरे देश में हम एनआरसी लाएंगे और देश की जनता का एक रजिस्टर बनाएंगे तथा बाकी (अवैध प्रवासियों) लोगों के लिए कानून के हिसाब से कार्रवाई होगी.’
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आपको बता दे इससे पहले असम की नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजंस (NRC) की फाइनल लिस्ट 31 अगस्त को जारी की गई थी इस लिस्ट में 19 लाख से ज्यादा लोगों को बाहर रखा गया है. असम में एनआरसी में शामिल होने के लिए 3,30,27,661 लोगों ने आवेदन किया था. फाइनल लिस्ट से 19,06,657 लोगों को निकाल दिया गया, जबकि 3,11,21,004 लोगों को भारतीय नागरिक बताया गया था. अपना नाम देखने के लिए nrcassam.nic.in पर क्लिक कर सकते हैं या https://assam.gov.in/ लिंक पर जाकर लिस्ट में नाम देख सकते हैं.
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-Mradul tripathi
