जोधपुर जिला मुख्यालय से महज पच्चीस किलोमीटर दूर खेजड़ली गांव में सन् 1730 में ‘खेजड़ी’ के पेड़ को बचाने के लिए विश्नोई समाज की अमृता देवी नाम की महिला ने अपनी तीन बेटियों के साथ अपने प्राण न्योछावर कर दिये थे। इसके बाद पेड़ों की रक्षा के लिए उनके ही गाँव के 363 लोगों द्वारा बलिदान दिया गया था। इतने बड़े बलिदान के बाद पेड़ों की कटाई के विरुद्ध कार्रवाई की गई (Aarey Protests Live Updates)। अब फिर ऐसे किया जा रहा है। आज जब हम सभी जानते हैं कि पेड़ों की रक्षा आने वाली पीढ़ि के लिए वरदान जैसा है। इसके बाद भी धड़ल्ले से पेड़ों की कटाई की जा रही है और इसका विरोध करने वालों को जेल में डाला जा रहा है।
कश्मीर घाटी में आतंक फैलाने के लिए पाकिस्तान दे रहा पैसे
#WATCH: People gathered in protest at #AareyForest against the felling of trees there, earlier tonight. They were later removed from spot by police. Bombay HC has dismissed all petitions against BMC decision which allowed felling of more than 2700 trees there, for metro car shed. pic.twitter.com/saT4MaHWsq
— ANI (@ANI) October 4, 2019
बॉम्बे हाईकोर्ट (Bombay high court) ने मुंबई (Mumbai) की आरे कॉलोनी को जंगल घोषित करने वाली सभी याचिकाओं को खारिज कर दिया है। हाईकोर्ट के फैसले के बाद आरे कॉलोनी में शुक्रवार देर रात पेड़ काटने का काम भी शुरू हो गया। जब मौके पर प्रदर्शनकारी पहुंचे , तो वहाँ हंगामा मच गया (Aarey Protests Live Updates)। इसके बाद शुक्रवार रात को 100 से ज्यादा लोगों को पुलिस ने हिरासत में भी लिया। मीडिया को भी अंदर जाने की इजाजत नहीं दी गई। अभी तक 800 से ज्यादा पेड़ काटे जा चुके हैं। पेड़ों को काटने के लिए कई मशीने भी मँगवाई है।
Indore News : विधायक जी की पारिवारिक शोक सभा में हादसा
Mumbai Police PRO: Prohibitory orders under Section 144 of CrPC imposed in the area near the metro-rail project site in #AareyForest. A protest was held last night at #AareyForest against the felling of trees, after the Bombay High Court order. pic.twitter.com/iXCFZUozIc
— ANI (@ANI) October 5, 2019
पेड़ों को काटने के लिए प्रशासन ने धारा 144 लागू कर दी है। आईपीसी की धारा 353 और अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे ने ट्वीट कर विरोध जताया और साथ ही इशारों-इशारों में केंद्र और राज्य की बीजेपी सरकार पर निशाना साधा। स्वराज इंडिया के अध्यक्ष योगेंद्र यादव ने ट्विटर पर लिखा, “ऐसे समय में जब जलवायु संकट साफ नजर आ रहा है। महाराष्ट्र सरकार पेड़ गिराने पर जोर दे रही है। यह बहुत ही चिंताजनक बात है.”
बेरोजगारी के खिलाफ प्रदर्शन में ताबड़तोड़ फायरिंग से 31 मौते
Mumbai: People gathered in protest at #AareyForest against the felling of trees there,earlier tonight. They were later removed from spot by police. Bombay HC has dismissed all petitions against BMC decision which allowed felling of more than 2700 trees there, for metro car shed. pic.twitter.com/6uoAeW4Cdw
— ANI (@ANI) October 4, 2019
– Ranjita Pathare
