संत और आध्यात्मिक गुरु भय्यू महाराज ने मंगलवार (12 जून) को खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। यह खबर मिलते ही बड़ी संख्या में उनके समर्थक बॉम्बे हॉस्पिटल के बाहर जुट गए। मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान सहित कई नेताओं ने भय्यू महाराज के निधन पर शोक जताया है।
वहीं पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजयसिंह ने इस मामले में शिवराज सरकार को दोषी बताया है। दिग्विजयसिंह ने कहा कि भाजपा शासन में हो रहे घोटाले और नर्मदा नदी में अवैध रूप से हो रहे खनन से भय्यू महाराज काफी चिंतित थे, वे जनता के सामने सच लाना चाहते थे, लेकिन शिवराज सरकार ने भय्यू महाराज का मुंह बंद करने के लिए उन्हें राज्यमंत्री का दर्जा दे दिया।
He was worried about illegal mining in Narmada by Shivraj (Madhya Pradesh) govt and was offered the post of minister to shut his mouth. He rejected the offer & had told me about it on call: Congress' Digvijay Singh on spiritual leader Bhayyuji Maharaj allegedly committed suicide pic.twitter.com/2PFBsC2trp
— ANI (@ANI) June 12, 2018
पूर्व सीएम दिग्विजयसिंह ने प्रदेश सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि भाजपा के शासनकाल में जो भी कुछ हो रहा था, उससे भय्यू महाराज बहुत दुखी थे। उन्होंने दावा करते हुए कहा कि भय्यू महाराज ने कुछ महीने पहले मुझसे बात कर इस मामले में चिंता जताते हुए मुझे ये बातें बताई थीं और कहा था कि वे राज्यमंत्री का दर्जा नहीं चाहते।

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