चीन और भारत की सीमा पर तनाव के बाद दोनों देश फिलहाल आपस में लड़ रहे हैं और भारत चीन सीमा के गढ़वाल क्षेत्र में इस भिडंत में 20 भारतीय सैनिक शहीद हो गए हैं जिनमें एक कमांडर भी शामिल थे . चीनी के 42 सैनिकों के घायल होने की खबर आ रही है . अब दोनों देशों के बिच मनमुटाव बढ़ता नजर आ रहा है . 2014 से लेकर अब तक भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग पिछले 18 बार मिले . नरेंद्र मोदी अभी तक 9 बार चीन का दौरा कर चुके हैं. 4 बार गुजरात के सीएम रहते हुए. 5 बार प्रधानमंत्री के तौर पर. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच 18 मुलाकात वन-टू-वन मीटिंग के रूप में हुई जिनका नतीजा फिलहाल कुछ नही निकला .
इन मुलाकातों का सिलसिला कुछ यूँ रहा-
सितंबर 2014 प्रधानमंत्री मोदी ने पदभार लेने के चार महीने के बाद चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने सितंबर में भारत की अपनी पहली द्विपक्षीय यात्रा की.
मई 2015: प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेंद्र मोदी ने पहली बार मई 2015 में चीन का दो दिवसीय दौरा किया .
जुलाई 2015: पीएम मोदी जुलाई 2015 में तीन दिवसीय दौरे पर रूस पहुंचे . ब्रिक्स और शंघाई सहयोग संगठन के शिखर सम्मेलन में शी जिनपिंग से मिले.
सितंबर 2016: चीन के हांगझाऊ में जी20 सिखर सम्मेलन के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी और शी जिनपिंग की मुलाकात हुई.
जून 2017: शंघाई सहयोग संगठन में पीएम मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की मुलाकात हुई .
जुलाई 2017: नरेंद्र मोदी और जिनपिंग की मुलाकात हैम्बर्ग में हुई. मौका था जी20 शिखर सम्मलेन .
सितंबर 2017: ब्रिक्स देशों के सम्मेलन के दौरान चीन राष्ट्रपति शी जिनपिंग और पीएम नरेंद्र मोदी के बीच मुलाकात हुई.
अप्रैल 2018: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति शी जिनपिंग की चीन के वुहान में शिखर सम्मेलन के दौरान मुलाकात .
जून, 2018: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के शिखर सम्मेलन में गए और शी जिनपिंग से द्विपक्षीय वार्ता की.
नवंबर 2018: अर्जेंटीना के ब्यूनस आयर्स में जी20 शिखर सम्मेलन में दोनों मिले.
लेकिन यदि इन मुलाकातों का हासिल देखा जाये तो बस धोखा ही मिला है. आज भारत के 20 जवान सरहद पर शहीद हो गए जो चीन की सोची समझी चाल का नतीजा है.
