युवा पाटीदार नेता हार्दिक पटेल 19 दिन से भूख हड़ताल पर थे| उन्होंने बुधवार दोपहर करीब 3 बजे अपना अनशन नारियल पानी पीकर ख़त्म कर दिया| उन्होंने ऐलान किया कि उन्हें जिंदा रहकर लोगों की लड़ाई लड़नी है| ‘पाटीदार आरक्षण समिति’ के अनुसार पाटीदारों की प्रमुख संस्था खोडल धाम और उमिया धाम के नेता अनशन स्थल पर पहुंचे और उन्होंने हार्दिक अनशन तुड़वाया| वे ओबीसी कोटा के अंतर्गत पाटीदार आरक्षण और किसानों की कर्ज माफ़ी के लिए भूख हड़ताल कर रहे थे| उन्होंने अपनी भूख हड़ताल की शुरुआत 25 अगस्त से की थी|
किसानों एवं समाज की कुलदेवी श्री उमिया माताजी मंदिर-उंझा और श्री खोड़ल माताजी मंदिर-क़ागवड के प्रमुख लोगों ने मुझे कहा कि तुम्हें ज़िंदा रहकर लड़ाई लड़नी हैं।सब का सम्मान करते हुए अनिश्चितकालिन उपवास आंदोलन के आज उन्नीसवें दिन दोपहर तीन बजे उपवास आंदोलन ख़त्म करूँगा
— Hardik Patel (@HardikPatel_) September 12, 2018
कांग्रेस का समर्थन
हार्दिक पटेल को कांग्रेस का भी समर्थन मिल चुका था| कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने घोषणा की थी कि यदि सरकार हार्दिक की मांगें नहीं मानती है तो वह उनके समर्थन में 24 घंटे का उपवास रखेगी| कांग्रेस के साथ ही ‘आम आदमी पार्टी’ के अरविंद केजरीवाल ने भी हार्दिक का साथ दिया|
Ahmedabad: PAAS leader Hardik Patel breaks his indefinite hunger strike after 19 days. He was demanding reservations for Patidar community and loan waiver for farmers. #Gujarat pic.twitter.com/6qjSiCfjEz
— ANI (@ANI) September 12, 2018
हालत बिगड़ी
जानकारी के अनुसार, हार्दिक का वजन 20 किलोग्राम तक कम हो गया है| अनशन के दौरान उन्हें अस्पताल में भी भर्ती किया गया था, जहां डॉक्टरों ने उन्हें भूख हड़ताल खत्म करने की सलाह दी थी| अनशन खत्म करने के लिए कई नेता उनसे मिल चुके थे| मंगलवार को उनसे मिलने उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत और छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भी पहुंचे थे|
किसानों की क़र्ज़ा माफ़ी और आरक्षण की माँग को लेकर चल रहे अनिश्चितकालिन उपवास आंदोलन के अठारहवें दिन उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और @INCIndia के वरिष्ठ नेता हरीश रावत जी छावनी पर उपस्थित रहे।हरीश रावत जी कहाँ की अब आपको उपवास तोड़ना चाहिए और यह लड़ाई दिल्ली तक पहुचानी चाहिए pic.twitter.com/vqUAr0gtwn
— Hardik Patel (@HardikPatel_) September 11, 2018
अनिश्चितकालिन उपवास आंदोलन के अठारहवें दिन छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री @ajitjogi_cg जी का समर्थन पत्र लेकर उनके बेटे विधायक @amitjogi जी उपवास छावनी पर उपस्थित रहे। pic.twitter.com/4ldqSeyqhb
— Hardik Patel (@HardikPatel_) September 11, 2018
उपवास आंदोलन को तोड़ने और रोकने के लिए @AmitShah के आदेश पर गुजरात के गृहमंत्री @PradipsinhGuj ने DCP राठौड़ को मुझे मारने और मेरे साथी को धमकाने का काम दिया हैं।मेरे निवास पर आ रहे लोगों को रोकने के लिए सब कुछ करने के लिए तैयार हैं।गुजरात हाईकोर्ट में भी DCP राठौड़ झूठ बोलते हैं
— Hardik Patel (@HardikPatel_) September 11, 2018
इनके अलावा हार्दिक से मिलने सांसद शत्रुघ्न सिन्हा और पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा भी पहुंचे थे|
किसानों की क़र्ज़ा माफ़ी और आरक्षण को लेकर चल रहे अनिश्चितकालिन उपवास आंदोलन के ग्यारहवें दिन पूर्व केन्द्रीय वित्त मंत्री यशवंतसिंहा जी,भाजपा के सांसद शत्रुघ्नसिंहा जी,गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री सुरेशभाई महेता उपवास छावनी पर उपस्थित रहें एवं मेरे हौंसले को बुलंद किया. pic.twitter.com/TgGVLhPXQE
— Hardik Patel (@HardikPatel_) September 4, 2018
‘तो साक्षीजी क्या अमृत बरसाते हैं’
क्या हार्दिक पटेल आज ख़त्म कर देंगे भूख हड़ताल?
हार्दिक पटेल का अपने घर पर अनशन
