पूर्व क्रिकेटर और पंजाब के पूर्व मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू के जीवन में कभी सब कुछ ठीक नही रहता . बीजेपी और कांग्रेस के बाद उनके आप पार्टी में जाने के चर्चे अभी शांत भी नही हुए थे की एक और नया विवाद उनके साथ जुड़ गया. बिहार पुलिस एक मामले में उनकी तलाश कर रही है और सिद्धू के अमृतसर स्थित निवास के बाहर तीन दिन से उनके इंतजार में पहरा दे रही है.
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सिद्धू के खिलाफ बिहार के कटिहार में दर्ज हुए मामले का समन बिहार पुलिस के हाथ में है और सिद्धू उसे रिसीव नही कर रहे. अमृतसर पहुंची बिहार पुलिस इससे पहले भी सिद्धू के पास समन लेकर आ चुकी है, तब भी सिद्धू नही मिले . बिहार पुलिस का कहना है कि इस बार अगर सिद्धू अगर समन रिसीव नहीं करते हैं तो उनके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी हो सकता है.बिहार पुलिस की ओर से कहा गया है कि वह लगातार सिद्धू से संपर्क करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन वे फरार ही है.
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मामला यह है-
बिहार के कटिहार जिले के वरसोई थाने में सिद्धू के खिलाफ 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान विवादित भाषण देने का आरोप है कि . इसके अनुसार सिद्धू ने 16 अप्रैल 2019 को एक चुनावी सभा में विवादित भाषण दिया जो आचार संहिता का उल्लंघन है. नवजोत सिंह सिद्धू ने यह विवादित भाषण 2019 के लोकसभा चुनाव में कटिहार में कांग्रेस के उम्मीदवार तारिक अनवर के लिए प्रचार के दौरान दिया था जिसमे उन पर समुदाय विशेष को उकसाने का आरोप है.
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बिहार पुलिस का कहना है कि इसी केस में पिछले साल दिसंबर में भी सिद्धू को समन देने की कोशिश की गई थी.कटिहार जिले के वरसोई थाने में तैनात सब इंस्पेक्टर जनार्दन और सब इंस्पेक्टर जावेद अहमद ने बताया कि अब उन्हें समन तामील करवाना जरूरी हो गया है. समन रिसीव करने के बाद सिद्धू जमानत ले सकते हैं, लेकिन अगर वह समन रिसीव नहीं करते हैं तो गिरफ्तारी वारंट जारी हो सकता है .
