केन्द्र की मोदी सरकार के किसान विरोधी कानूनों के खिलाफ आंदोलन का असर अब मोबाइल टावरों पर पड़ रहा है. खबर है कि पंजाब में 1500 से ज्यादा मोबाइल टावरों को नुकसान पहुंचाया गया है, कई मोबाइल टावरों की बिजली काट दी गई तो कई जगह तार के बंडल जला दिए गए या तार तोड़ दिए गए .
Punjab: Locals of Ekta Nagar near Moga vandalised a mobile tower in support of farmers protesting against Centre's farm laws, last night. Police say, "We are verifying facts of the incident. The farmers have condemned this act. They are not supporting such actions." pic.twitter.com/rHRm5UUMJU
— ANI (@ANI) December 28, 2020
आरोप है कि नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसान और उनके सहयोगी मोबाइल टावरों को नुकसान पहुंचा रहे हैं. इससे पहले किसानों पर रिलायंस पेट्रोल पंप, रिलायंस रिटेल पर अपना गुस्सा उतारने का आरोप भी लगा था.हालाकि किसानों के खिलाफ ऐसा कोई सुबूत नहीं है.
#WATCH Villagers of Tibbi Kalan in Punjab's Firozpur vandalise a telecom tower to express their support towards farmers protesting against the three farm bills pic.twitter.com/sCWMYiU0Kq
— ANI (@ANI) December 28, 2020
पिछले कुछ दिनों में पंजाब में मोबाइल टावर की पावर काटने, बिजली के तार काटने की घटनाएं सामने आ रही हैं जिनका ठिकरा किसानों के सर फोड़ा जा रहा है. सरकारी सूत्रों के अनुसार अबतक 433 मोबाइल टावरों की मरम्मत भी कर दी गई है.तीन दिन में क्षतिग्रस्त मोबाइल टावरों की संख्या दोगुनी हो गई. 25 दिसंबर को क्षतिग्रस्त टावरों की संख्या 700 थी, अब ये संख्या बढ़कर 1504 हो गई है.
