सिनेमा जगत के मशहूर लेखक, गीतकार और कवि जावेद अख्तर कल एक पुरानी खबर को ट्विटर पर शेयर करने के बाद सोशल मीडिया यूजर्स के निशाने पर आ गए । सोशल मीडिया यूजर्स जावेद अख्तर के इस ट्वीट की ना केवल आलोचना कर रहे हैं, बल्कि इतनी पुरानी न्यूज को साझा करने की वजह से उनका मजाक भी बना रहे हैं. जी हाँ, जावेद अख्तर ने बीते कल अपने ऑफिशियल ट्विटर अकाउंट पर एक तस्वीर शेयर की और ये तस्वीर साल 2015 की उस घटना की हैं जब उत्तर प्रदेश पुलिस के एक दरोगा ने कृष्ण कुमार नाम के एक टाइपराइटर के साथ बदसुलूकी करते हुए उनका टाइपराइटर तोड़ दिया था.
इस तस्वीर को साझा करते हुए जावेद अख्तर ने लिखा, “यह बूढ़ा व्यक्ति बेरोजगारों की नौकरी के लिए आवेदन करता था। उसका टाइपराइटर अब मरम्मत के लायक नहीं है।”
This old man used to type the job applications of unemployed people . His type writer is now beyond repair . pic.twitter.com/5fMtNbnIQH
— Javed Akhtar (@Javedakhtarjadu) October 20, 2019
उनके इस ट्वीट पर कई सोशल मीडिया यूजर्स ने उन्हें ट्रोल करना शुरू कर दिया और कुछ मजे लेने लगे एक यूजर ने लिखा, ”कितने पैग मार लिए जो 4 साल पुराना केस ट्वीट किया है.” वहीं एक और अन्य यूजर ने लिखा है- ”पुरानी है जावेद साहब, पता नहीं फेक न्यूज का सामना कैेस करते होंगे फिर.” एक अन्य उसे ने लिखा “आपका ये फोटो डालना लाज़मी है, क्योंकि आप शौहर ए आज़मी हैँ”
आपका ये फोटो डालना लाज़मी है, क्योंकि आप शौहर ए आज़मी हैँ ??
— SURr̶ENDER ᵐᵒᵈⁱ (@Chiirkut) October 20, 2019
एक अन्य यूजर ने लिखा, “जावेद अख्तर, मेरी जानकारी से यह मामला पुराना है और इन अंकल को इस हादसे बाद नया टाइपराइटर मशीन दिया गया था।”
@Javedakhtarjadu मेरी जानकारी से यह मामला बहोत पूराना है और इन अंकल को इस हादसे बाद नया टाइपराइटर मशीन दिया गया था….
— M̶a̶h̶e̶n̶d̶r̶a̶ ????? (@Pmahendra08) October 20, 2019
अन्य यूजर ने लिखा, “चचा ओ चोट्टी वाले चाचा, ये न्यूज़ बहुत पुरानी है, बुजुर्ग को नया टाइपराइटर, पुलिस वाले को सजा और बुजुर्ग से माफी भी मांग चुका है।” इसी के साथ एक अन्य यूजर ने लिखा, ”आपको कोई भी ट्वीट करने से पहले सोचना चाहिए।” इसी तरह तमाम यूजर्स उनके इस पोस्ट पर जमकर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं।
अरे जावेद साहब बहुत पीछे हो आप…. २०१५-१६ की फ़ोटोअब डाल रहे हो….
— आत्मनिर्भर? (@Imanoop89) October 20, 2019
जानकारी के अनुसार विगत सितंबर 2015 में लखनऊ के जीपीओ के फुटपाथ पर 65 साल के कृष्ण कुमार नाम के एक टाइपराइटर अपनी रोजी-रोटी चलाने के लिए टापिंग करते थे और उस समय जगह को खाली कराने के चक्कर में यूपी पुलिस के प्रदीप कुमार नाम के एक दरोगा ने गुस्से में उनके टाइपराइटर को तोड़ दिया था. उस समय यह खबर खूब वायरल हुई थी. और अब इस पुरानी खबर की वजह से जावेद अख्तर साहब वायरल हो रहे है।
-Mradul tripathi
