मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए सभी 230 सीटों पर मतदान हो रहे हैं। पूरे प्रदेश में मतदान को लेकर जबरदस्त उत्साह देखने को मिल रहा है। वहीं मतदान के बीच कई जिलों से चुनाव बहिष्कार की खबरें सामने आ रही है। मूलभूत सुविधाएं न मिलने के कारण प्रदेश के कई जिलों में जनता ने मतदान का बहिष्कार कर दिया है। इनमें सीहोर, मैहर, मुंगावली और खरगोन मे सबसे ज्यादा विरोध देखने को मिला। बहिष्कार के कारण सुबह से ही मतदान केन्द्रों पर सन्नाटा पसरा है। यहां की जनता में पानी, सड़क और बिजली जैसी मूलभूत समस्याओं को लेकर राजनीतिक दलों के प्रति आक्रोश है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, सीहोर जिले की इछावर विधानसभा के ग्राम गऊ खेड़ी में ग्रामीणों ने सड़क की मांग को लेकर चुनाव का बहिष्कार किया है, वहीं खरगोन जिले की भीकनगांव विधानसभा के झिरन्या के पहाड़ी क्षेत्र के ग्राम नीलीखाली में ग्रामीणों ने मतदान का बहिष्कार किया है। इसके साथ ही मैहर के ग्राम बेल्दरा के मतदान केंद्र क्रमांक 169, 170 में ग्रामीणों ने मतदान का बहिष्कार कियाहै। ग्रामीण केजेएस सीमेंट प्लांट के द्वारा जबरदस्ती जमीन अधिग्रहण करने और मुआवजा न मिलने से नाराज़ हैं। इसकी सूचना मिलने के बाद अधिकारी उन्हें मनाने के लिए पहुंचे।
वहीं मुंगावली जिले के तीन गांवों ने भी मतदान का बहिष्कार कर दिया है। यहां सुबह से ही कोई भी ग्रामीण मतदान करने पोलिंग बूथ पर नहीं पहुंचा। ग्रामीणों का आरोप है कि यहां बीते 5 वर्षों में कोई कार्य नहीं हुआ है। सूचना मिलते ही कांग्रेस नेता नाराज़ ग्रामीण मतदाताओं को मनाने पहुंचे, परंतु नाराज़ ग्रामीण मतदान नहीं करने पर अड़े रहे और जमकर नारेबाजी की।
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