भारत सरकार ने अपने अंतरिम बजट में आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (AI) तकनीक के प्रयोग को लेकर महत्वपूर्ण घोषणा करने की संभावना है, जिसके माध्यम से ‘विकसित भारत’ के लिए एक नया रोडमैप तैयार किया जाएगा। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बताया है कि AI तकनीक को ध्यान में रखकर सरकार विभिन्न विकास कार्यों में इसका इस्तेमाल करने की योजना बना रही है।
आधुनिक दुनिया में AI का प्रचलन बढ़ रहा है और भारत भी इस तकनीक का उपयोग विभिन्न क्षेत्रों में विकास के लिए कर रहा है। निर्मला सीतारमण ने बताया है कि सरकार आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस के साथ विकास को बढ़ावा देने के लिए कदम उठाएगी।
मनी कंट्रोल की रिपोर्ट के अनुसार, आंकड़ों का मुकाबला करने के लिए सरकार अंतरिम बजट 2024 में AI तकनीक के प्रयोग के लिए एक ठोस रोडमैप प्रस्तुत कर सकती है।
पिछले बजट में निर्मला सीतारमण ने बताया था कि विशेषज्ञ आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस के क्षेत्र में एक्सलेंस के लिए देश के शीर्ष शैक्षणिक संस्थानों में 3 सेंटर स्थापित किए जाएंगे।
विभिन्न क्षेत्रों में AI का व्यापक इस्तेमाल बढ़ रहा है और यह संकेत है कि आने वाले समय में इसका उपयोग और भी बढ़ेगा। सरकार का मानना है कि AI तकनीक का सही तरीके से इस्तेमाल करने से भारत की अर्थव्यवस्था 5 ट्रिलियन डॉलर की स्तर पर पहुंच सकती है और यह दुनिया में शीर्ष 3 इकोनॉमीज में शामिल हो सकती है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले महीने ग्लोबल पार्टनरशिप ऑन आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस शिखर सम्मेलन 2023 में एक संबोधन के दौरान भी AI पर जोर दिया था। उन्होंने बताया कि AI एक नए युग में प्रवेश कर रहा है और इसने हमारे नए भविष्य को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।